Algo Trading : ट्रेडिंग करते समय आपके साथ भी कभी ना कभी ऐसा जरूर हुआ होगा, की आपने जहां पर स्टॉप लॉस सेट किया होगा, प्राइस ठीक उस स्टॉप लॉस को हिट कर एकदम से रिवर्स हो जाता है। या फिर जहां आप खरीदने के बारे में सोच रहे होते हो, वहां से एकदम से ऊपर चला जाता है और आपको एंट्री का मौका ही नहीं मिलता।
12 मार्च 2024 को मैंने Nifty और Banknifty में एक चीज को देखा था। की निर्देशांक पहले तो एकदम से तेजी में ऊपर चला गया और फिर तेजी से निचे भी गिरा। और अगले कुछ ही मिनटों में निर्देशांक फिर उसी कीमत पर आ गया, जहा वो शुरुवात में था। अब यह सिर्फ निफ़्टी और बैंक निफ़्टी में नहीं हुआ बल्कि कुछ बैंकिंग शेयरों में भी यह उतार-चढाव देखने को मिला।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है की ऐसा क्यों होता है? अब मैंने इसे समझने के लिए बहुत सारे ब्लॉग पढ़े और समझना चाहा की बाजार में ऐसा क्यों होता है, और इसके पीछे क्या कारन होता है। तब मुझे हाथ लगा वो था Algo Trading।
आप ही की तरह मेरे मन में भी सवाल थे, की आखिर यह एल्गो ट्रेडिंग है क्या? और यह कैसे काम करती है? लेकिन ज्यादातर ब्लॉग पर इतनी कठिन भाषा और शब्दों में इसे बताया गया है की मेरा दिमाग ही काम करना बंद हो गया। और सोचा की क्यों न मैं इसी विषय को आसान भाषा में आप सभी को समझाऊ।
एल्गो ट्रेडिंग (Algo Trading) के बारे में जो भी जानकारी उपलब्ध है, जो डाटा मिला है, वह कहता है फिलहाल इंडियन स्टॉक मार्केट में हर रोज जो भी ट्रेडिंग होता है, उसकी करीबन 50 प्रतिशत ट्रेडिंग कंप्यूटर द्वारा ऑटोमेटेड सिस्टम से किया जाता है। यानि के मानव रहित स्वचालित यंत्र द्वारा।
यानि के जिस लेवल पर आप बाय या सेल करना चाहते हैं, या फिर जहां पे आपकी स्टॉप लॉस सेट होती है। ठीक उसी कीमत पर हजारों लोग पहले से ही बाय-सेल करने के लिए कंप्यूटर को प्रोग्राम किये बैठे होते है।
एल्गो ट्रेडिंग क्या है?
एल्गो ट्रेडिंग (Algorithmic Trading) यानि शेयर बाजार में कंप्यूटर प्रोग्राम द्वारा की गई ट्रेडिंग है। यह पूरी तरह से स्वचालित प्रक्रिया होती है। जिसमे कोई इंसान कंप्यूटर प्रोग्राम में “कोड ऑफ़ सेट” की सहायता अपनेआप ही ट्रेड खरीदने और बेचने का निर्णय लेता है।
अब हर ट्रेडर का अपना एक ट्रेडिंग स्टाइल होता है। जैसे कोई ट्रेडर 50DMA, 200DMA मूविंग एवरेज की सहायता से ट्रेड करता है, कोई सपोर्ट और रेसिस्टेंस को देखकर, तो कोई प्राइस एक्शन को देखकर।
Algo Trading में भी ठीक कुछ वैसा ही होता है। यानि यहाँ हम कंप्यूटर प्रोग्राम को पहले से ही कुछ सूचनाएं देकर रखते है, की कहा खरीदना और बेचना है। जैसे की 200DMA को कीमत क्रॉस करेगी, तो बेचना है, या कीमत किसी रेसिस्टेंस पर जाएगी तो बेचना है, या सपोर्ट से कीमत ऊपर जाएगी तो खरीदना है। ऐसा हम भी करते है, लेकिन हम इसे मैन्युअली करते है। यानि खुद से ट्रेड में एंट्री और एग्जिट लेते है। वही Algo Trading में यही सब एक कंप्यूटर प्रोग्राम द्वारा किया जाता है।
एल्गो ट्रेडिंग एक शक्तिशाली स्वचालित क्रिया है, जिसका उपयोग से ट्रेडिंग को एक्यूरेट और बेहतर बनाने के लिए किया जाता है.
एल्गो ट्रेडिंग कैसे काम करता है?
- अब मान लीजिये की आप की एक दूकान है, जहा आप दूध बेचते है। और आप देखते है रोज श्याम के समय में दूध की कमी हो जाती है। अब आप देखते है की जब भी लोग काम से घर वापस आते है, तो दूध खरीदते है और रोज दूध कम पड़ जाता है। ऐसे में आप क्या करेंगे? दूध की मांग को पूरा करने के लिए आप फिर से बाज़ार में जाकर दूध खरीदकर लाते है। और उसे अपनी दुकान से बेचते है।
- अब जब की आपको पता है की रोज श्याम को एक समय पर दूध की कमी हो जाती है, तो रोज बाज़ार में जाकर दूध खरीदना आसान नहीं है। इसलिए फिर आप एक कम्प्यूटर सिस्टम की सहायता लेते हो, जहा आपकी दूध की खपत का डाटा होता है। तो जब दूध की कमी हो जाती है, आपका सिस्टम अपनेआप ही बाज़ार में आर्डर भेज देता है। और अपनेआप दूध की कमी को पूरा किया जाता है।
- यहाँ आपने बस एक सिस्टम बनाया था। जो आपकी दूध की मांग और खपत को ट्रैक करता है, और उसके हिसाब से अपनेआप ही आर्डर भेज देता है। यहाँ आपने कुछ भी नहीं किया, जो किया वो आपके सिस्टम ने किया है।
ठीक इसी तरह अल्गो ट्रेडिंग (Algo Trading) काम करता है, वह बाजार में आपके दिए निर्देश अनुसार आपके लिए आर्डर प्लेस करता है। अल्गो ट्रेडिंग में आप उस यंत्रणा में कुछ कोड तैयार करते है। जहा आप उसे बताते है की किस स्थिति में खरीदना अथवा बेचना है।
जैसे आप किसी सेटअप को फॉलो करते है, जिसमे अगर शेयर की कीमत 200 दिन के मूविंग एवरेज से निचे जाती है, तब बेचना पसंद करते है, और जब ऊपर जाती है तब खरीदना। तो आप सिस्टम में ठीक ऐसा कोड बनाते है। उसके बाद आपको कुछ नहीं करना है। सिस्टम खुद शेयर की कीमतों को ट्रैक करेगा और निर्देश के अनुसार उसे खरीदेगा और बेचेगा।
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एल्गो ट्रेडिंग सिस्टम अलग-अलग तकनिकी संकेतो का उपयोग कर बनाया जा सकता है, जैसे की शेयर की कीमत, ट्रेडिंग वॉल्यूम, सपोर्ट और रेसिस्टेंस, मूविंग एवरेज क्रॉसओवर या अन्य तकनिकी संकेत जो आप बनाना चाहते है। फिर प्रोग्राम उस डाटा को ट्रैक कर खुद ही शेयर बेचने अथवा खरीदने का निर्णय लेगा।
- एल्गो ट्रेडिंग सिस्टम इंसानो से ज्यादा तेजी से आर्डर बनाता है और उसे पूरा करता है।
- एल्गो ट्रेडिंग में हमारी भावनाएं प्रभावित नहीं होती, जो आपने सिस्टम को कहा है, जैसा सेट किया है। सिस्टम अपनेआप ही वैसी स्थिति में अपना कार्य पूरा कर लेगा।
- लेकिन एल्गो ट्रेडिंग करने के लिए आपको ट्रेडिंग प्रोग्राम बनाना होगा, और आपको उसका सही तरीके से चलाना आना भी जरुरी होता है।
- जब की यह भावना रहित है, तो इसमें हर बार सही निर्णय लेने की कोई गारंटी नहीं है।
अब आशा है की आपको समझ आ गया होगा की एल्गो ट्रेडिंग (Algo Trading) क्या होती है, और यह किस तरह से काम करती है। तो अब मैं आपको भारत में कुछ लोकप्रिय एल्गो ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर के बारे में भी बताता हु।
भारत में प्रयुक्त लोकप्रिय Algo Trading सॉफ्टवेयर
भारत में, कई एल्गोरिथम ट्रेडिंग सॉफ़्टवेयर प्लेटफ़ॉर्म उपलब्ध है। उनमे से कुछ लोकप्रिय Algo Trading सॉफ़्टवेयर की सूची
- Zerodha Streak (ज़ेरोधा स्ट्रीक) : ज़ेरोधा स्ट्रीक भारत के प्रमुख डिस्काउंट ब्रोकरों में से एक, ज़ेरोधा द्वारा विकसित एक प्रसिद्ध Algo Trading प्लेटफॉर्म है। यह उपयोगकर्ताओं को उपयोग में आसान इंटरफ़ेस और बैकटेस्टिंग क्षमताओं, पूर्व-निर्धारित रणनीतियों और वास्तविक समय डेटा विश्लेषण जैसी सुविधाएं प्रदान करता है।
- Omnesys Nest (ओम्नेसिस नेस्ट) : ओम्नेसिस नेस्ट को भारत में सबसे अच्छे Algo Trading प्लेटफॉर्म में से एक माना जाता है। यह प्रीमियम उपकरण प्रदान करता है जो कई व्यापारिक सुविधाओं को सक्षम बनाता है। व्यापारी वास्तविक समय के बाज़ार डेटा के आधार पर ट्रेडिंग रणनीतियाँ चला सकते हैं और इसकी उन्नत सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।
- TradeTron (ट्रेडट्रॉन) : ट्रेडट्रॉन एक एल्गो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है जो बाजार में कई वित्तीय उपकरणों में ट्रेडिंग का समर्थन करता है। यह कुशल व्यापार की सुविधा के लिए एक उपयोगकर्ता के अनुकूल इंटरफेस और विभिन्न उन्नत सुविधाएँ प्रदान करता है।
- Upstox Algo Lab (अपस्टॉक्स एल्गो लैब) : अपस्टॉक्स एल्गो लैब भारत में Algo Trading के लिए एक और लोकप्रिय मंच है। यह व्यापारियों को उनकी व्यापारिक रणनीतियों को विकसित करने और परीक्षण करने के लिए उपकरण और संसाधन प्रदान करता है। इसके उपयोगकर्ता के अनुकूल इंटरफेस के साथ, व्यापारी आसानी से अपने एल्गोरिदम ट्रेडिंग कर सकते हैं और उसीके साथ ही परिणामों का विश्लेषण कर सकते हैं।
- Symphony Presto (सिम्फनी प्रेस्टो) : सिम्फनी प्रेस्टो भारत में व्यापक रूप से उपयोग किया जाने वाला एक विश्वसनीय Algo Trading सॉफ्टवेयर है। यह ट्रेडिंग रणनीतियों को विकसित करने, परीक्षण करने और निष्पादित करने के लिए उपकरणों और सुविधाओं का एक व्यापक सूट प्रदान करता है। यह अपने लचीलेपन और मापनीयता के लिए जाना जाता है।