कल अमेरिकन संस्था ने जनवरी की महंगाई के आंकड़े जारी किए थे। जो की अनुमास से अधिक और चौकाने वाले थे और उसीका बुरा असर अमेरिकन शेयर बाजार पर पड़ा था। उसके चलते भारतीय शेयर बाजार में भी गिरावट की आशंका जताई जा रही थी।
भारतीय बाजार में उसका असर कुछ असर पड़ता दिखाई भी दिया था, और उसीके चलते NIFTY और BANKNIFTY हमे गैप डाउन खुले थे। अब जो की अटकले लगाई जा रही थी की भारतीय शेयर बाजार में भी गिरावट होगी वैसा कुछ होता नजर नहीं आया। और गैप डाउन खुलने के बावजूद भारतीय बाजार एक बड़े उछाल के साथ ऊपर आ गया। यह तेजी सत्र के अंत तक जारी रही।
NIFTY (निफ़्टी) :
निफ़्टी कल यानि 13 जनवरी 2024 को 21743 अंको पर बंद हुआ था। वही विदेशी बाजारों में गिरावट की खबर के कारन 165 अंको की गिरावट के साथ 21578 गैप डाउन खुला। लेकिन 21550 अंको से उछाल लेते हुए निफ़्टी ने लोगो की मानसिकता को गलत साबित किया। गैप डाउन खुलने के बाद NIFTY ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए 21840 अंको पर बंद हुआ।
निफ़्टी के स्तर को देखे तो निफ़्टी पिछले काफी दिनों से जिस स्तर पर रेसिस्टेंस को झेल रहा था, आज निफ़्टी ने ठीक उसी स्तर के ऊपर याने 21800 अंको के ऊपर आकर NIFTY बंद हुआ है। वही हमें एक ट्रेंड लाइन का रेसिस्टेंस भी बनता दिखाई दे रहा है। जो की इतना महत्त्वपूर्ण नहीं लगता लेकिन इसका आधार लेकर निफ़्टी फिर से निचे जा सकता है।
ऊपर की ओर निफ़्टी के लिए 22000 और 22100 यह दो ही स्तर है जो रेसिस्टेंस बना रहे है। वही अगर निफ़्टी फिर 21800 के निचे चला जाता है। तो हमें एक बार फिर 21700 के स्तर को छूता हुआ दिखाई देगा।
BANKNIFTY – बैंक निफ़्टी
बैंक निफ़्टी में भी हमे आज निफ़्टी की ही तरह गिरावट देखने को मिली। बैंकनिफ्टी करीबन 500 अंक गैप डाउन खुला आज। लेकिन खुलने के साथ ही हमें बैंक निफ़्टी में भी तेजी देखने को मिली। सत्र के मध्य में ही बैंक निफ़्टी ने 45500 के महत्वपूर्ण स्तर को तोडा, जिसके कारन सत्र के अंत में और 500 अंको का एक तेज उछाल देखने को मिला। हालांकि BANKNIFTY ने 46000 के ऊपर स्थिर होने की कोशिश जरूर की लेकिन एक्सपायरी के चलते BANKNIFTY सत्र के आखिर में 45908 अंको पर आकर बंद हुआ।
अब आगे यह देखना जरुरी होगा की BANKNIFTY इस 46000 को तोड़ पाता है या नहीं। वही बैंक निफ़्टी के लिए ऊपर एक बड़ा रेसिस्टेंस जोन है। जो की 46500 से लेकर 46800 तक है। वही बैंक निफ़्टी के लिए अब निचे 45500 पर सपोर्ट बन रहा है।