Gopal Namkeen IPO (Gopal Snacks IPO) : गोपाल नमकीन आईपीओ तिथियां और कंपनी की जानकारी
प्रसिद्ध फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी) कंपनी गोपाल स्नैक्स लिमिटेड अपनी IPO (आईपीओ) लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। इस रिपोर्ट का उद्देश्य गोपाल स्नैक्स लिमिटेड की आईपीओ तारीखों और कंपनी की जानकारी को संकलित किया गया है।
कंपनी बैकग्राउंड
1999 में बिपिनभाई विट्ठलभाई हडवानी द्वारा स्थापित, गोपाल स्नैक्स लिमिटेड स्नैक (IPO : Gopal Namken) उद्योग में काम करने वाली एक प्रमुख एफएमसीजी (FMCG) कंपनी है। कंपनी ने खुद को पारंपरिक नमकीन और अन्य स्नैक्स के एक विश्वसनीय निर्माता के रूप में स्थापित किया है, जो अपने ग्राहकों को उत्पादों की एक बड़ी श्रृंखला पेश करती है। गोपाल स्नैक्स लिमिटेड भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपभोक्ताओं की विभिन्न प्राथमिकताओं को पूरा करते हुए संचालित होता है। कंपनी का ध्यान अपने ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद और सेवाएँ प्रदान करने पर है।
नमकीन, गठिया और स्नैक पेलेट्स में विशेषज्ञता वाली कंपनी एफएमसीजी क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी रही है, जिसके कुल रेवेन्यू का लगभग 85% इन उत्पादों की बिक्री से उत्पन्न होता है। जबकि गुजरात में बिक्री से रेवेन्यू लगभग 77% है, कंपनी ने पिछले तीन वित्तीय वर्षों में क्षमता उपयोग में गिरावट देखी है।
चुनौतियों के बावजूद, जीएसएल अपनी भविष्य की संभावनाओं को लेकर आशावादी है। प्रबंधन आक्रामक विपणन रणनीतियों और नए उत्पादों की शुरूआत के माध्यम से क्षमता संबंधी चिंताओं को दूर करने की योजना बना रहा है। कंपनी को पैकेजिंग, गलत ब्रांडिंग और भ्रामक विज्ञापनों जैसे मुद्दों के लिए खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 के तहत नोटिस का सामना करना पड़ा है, लेकिन प्रबंधन कंपनी की छवि को महत्वपूर्ण नुकसान पहुंचाए बिना इन मामलों को हल करने में आश्वस्त है।
जीएसएल कच्चे माल की आसान खरीद के लिए रणनीतिक रूप से स्थित राजकोट, नागपुर और मोडासा में विनिर्माण संयंत्र संचालित करता है। कंपनी गुजरात में पारंपरिक नमकीन, पश्चिमी स्नैक्स और पापड़ उद्योग में महत्वपूर्ण बाजार हिस्सेदारी रखती है। वित्तीय वर्ष 2023 में, जीएसएल को गुजरात में दूसरे सबसे बड़े संगठित जातीय नमकीन निर्माता और भारत में चौथे सबसे बड़े पैकेज्ड जातीय नमकीन और पापड़ निर्माता के रूप में स्थान दिया गया।
इसके अलावा, जीएसएल चिक्की, नाचोस, नूडल्स, रस्क, सोन पापड़ी और वॉशिंग बार जैसे विशिष्ट उत्पादों के लिए तीसरे पक्ष के निर्माताओं के साथ सहयोग करता है। 30 सितंबर, 2023 तक, कंपनी ने 3,300 से अधिक व्यक्तियों को रोजगार दिया है, जो प्रतिस्पर्धी एफएमसीजी बाजार में विकास और नवाचार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर जोर देती है।
IPO : Gopal Namken आईपीओ विवरण
गोपाल नमकीन आईपीओ, जो गोपाल स्नैक्स लिमिटेड द्वारा इक्विटी शेयरों की प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश है, बुधवार, 6 मार्च, 2024 को खुलने वाला है और सोमवार, 11 मार्च, 2024 को बंद होने वाला है। ऑफर के लिए मूल्य बैंड निर्धारित किया गया है ₹381 – ₹401 प्रति इक्विटी शेयर पर। मूल्य दायरे के ऊपरी स्तर पर, आईपीओ से ₹650 करोड़ मिलने की उम्मीद है।
एक बार गोपाल नमकीन आईपीओ पूरा हो जाने के बाद, शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) दोनों पर सूचीबद्ध होंगे। आईपीओ के लिए अस्थायी लिस्टिंग की तारीख गुरुवार, 14 मार्च, 2024 निर्धारित की गई है।
रजिस्ट्रार और लिस्टिंग
लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को गोपाल स्नैक्स लिमिटेड आईपीओ के लिए रजिस्ट्रार के रूप में नियुक्त किया गया है। आईपीओ के लिए शेयर आवंटन को 12 मार्च, 2024 को अंतिम रूप दिया जाएगा और अनुमानित लिस्टिंग तिथि 14 मार्च, 2024 निर्धारित की गई है।
Parameter | Details |
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IPO Date | March 6, 2024, to March 11, 2024 |
Listing Date | March 14, 2024 |
Face Value | ₹1 per share |
Price Band | ₹381 to ₹401 per share |
Lot Size | 37 Shares |
Total Issue Size | 16,209,476 shares (₹650.00 Cr) |
Offer for Sale | 16,209,476 shares (₹650.00 Cr) |
Employee Discount | Rs 38 per share |
Issue Type | Book Built Issue IPO |
Listing At | BSE, NSE |
Shareholding pre-issue | 124,604,370 |
Shareholding post-issue | 124,604,370 |
फाइनेंशियल
सेल कितनी है? प्रॉफिट कितना है? कर्जा कितना है?
2021 में इनकी सेल थी 130 करोड़, 2022 में सेल बढ़ के हो गई 1356 करोड़, 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी। 2023 में सेल बढ़ के हुई 1398 करोड़। सिर्फ 3% की ग्रोथ है। पर जो असली बढ़ोतरी हुई है, वो प्रॉफिट में हुई है। 2021 में प्रॉफिट था 21₹ करोड़ 2022 में प्रॉफिट हो गया ₹41 करोड़ लगभग डबल और 2023 में जो प्रॉफिट हुआ वो एक 112 करोड़। यानी 2022 की तुलना में जहां सेल बढ़ी मात्र 3 प्रतिशत, प्रॉफिट बढ़ गया 170 प्रतिशत।
इनके सीएफओ कहते हैं कि इनके बिजनेस मॉडल में 75 पर प्रतिशत जो सेल होती है वो होती है 5₹ वाले पैकेट की होती है। अब हम ₹ वाले पैकेट में क्या करते थे हमारे बाकी सभी कंपीटीटर ₹5 में 25 ग्राम माल देते और हम काफी समय से ₹ में 30 ग्रा माल देते हैं, यानी 5 ग्रा एक्स्ट्रा माल दे रहे थे। अब कोविड के समय रॉ मटेरियल महंगा हो जाने से इस कंपनी ने भी भी 25 ग्राम देना चालू कर दिया। इस वजह से उनके प्रॉफ़िट्स में एकदम से बढ़ोतरी दर्ज की गई।
डेट इक्विटी रेशियो अगर 1:1 होता है। इसका मतलब धंधे में ₹1 जेब का लगा हुआ है ₹1 लोन का लगा हुआ है। पर डेट इक्विटी 80 होने का मतलब है ₹1 जेब का लगा हुआ है 80 पैसा ही लोन लिया हुआ है। यानी लोन कम है और कैपिटल ज्यादा है। इनका 2021 मार्च की बैलेंस शीट में जो लोन दिख रहा था। वो दिख रहा था 139 करोड़ का और आज की डेट में सितंबर 2023 की बैलेंस शीट अगर देखें तो 2 साल में डेट कम होके रह गया है, मात्र 26₹ करोड़। तो जो कंपनी 112 करोड़ प्रॉफिट कमाती हो टक्स काटने के बाद उसके लिए 26 करोड़ का डेट क्या है। 3 महीने का तो कोई बड़ा भारी डेट नहीं है। इनके रिजर्व सरप्लस जो मार्च 21 में 135 करोड़ के थे वो अब बढ़ के सितंबर 23 में हो गए हैं 3333 करोड़। यानी 198 करोड़ के रिजर्व सरप्लस बढ़ गए हैं।