Is day trading a scam? क्या ट्रेडिंग स्कैम है? जितना पैसा कमाया अगले दिन जीरो हो गया?
दोस्तों, यह कहानी है हर्ष भगत जी की। जो की स्टॉक मार्केट एक्सपर्ट और एक सफल ट्रेडर है। यह 12 साल के थे, जब इन्होने शेयर बाजार की दुनिया में कदम रखा था। इन्होने पूरे भारत में वित्तीय साक्षरता फैलाने के लिए और लोगों को वित्त और स्टॉक मार्केट के बारे में अधिक जानने में मदद करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उपयोगी सामग्री उपलब्ध करना शुरू कर दिया है।
हर्ष भगत – एक सफल ट्रेडर की कहानी
मैं आपको वो पांच बातें बताने जा रहा हूं। उस चीज के बारे में जिसने मुझे एक सक्सेसफुल ट्रेडर बनाया है। आज मैं जो भी आपको बताने वाला हूं वो प्योर एक्सपीरियंस (Trading Experience) होगा और सच होगा और मैं दिल से बताऊंगा।
कंपनीज में इन्वेस्ट करके लोग करोड़पति बन जाते हैं?
मैं कॉमर्स बैकग्राउंड से आता हूं। हमारे कॉमर्स बैकग्राउंड के अंदर बिजनेस स्टडीज होता है। अकाउंट्स होता है। वहां पर बहुत ज्यादा पैसों की बातें होती थी। बचपन से ही मैंने बिजनेस स्टडीज में पढ़ा था कि शेयर्स होते हैं, कंपनीज होती है, जो कि इस शेयर मार्केट के अंदर इन्वेस्ट करके लोग करोड़पति बन जाते हैं। वहां सिर्फ मैंने ये नहीं देखा कि करोड़पति बनना है, वहां से एक जज्बा आता है। अकाउंट्स पढ़ने वाले को और बिजनेस स्टडीज को पढ़ने वाले को एक जज्बा आता है कि जिंदगी में कुछ बड़ा करना है। मुझे वो दस-पंधरा हजार की नौकरी जो सब कर रहे हैं, वो नहीं करनी। दस-पंधरा हजार की नौकरी मैंने फिर कर कर देखी भी कि एक्सपीरियंस तो करें, कि कैसी होती है। मैं पाच दिन काम करने गया। छठे दिन मैंने नौकरी छोड़ दी। क्योंकि पांच दिन ट्रेनिंग थी, छठे दिन काम करवाया। जब काम करवाया तो एक दिन में 600 कॉल करवाए और मेरे को सैलरी जो थी वो थी 12000 रूपये। तो वहां पर समझ आ गया कि यह तो अपने लिए नहीं बना है।
फिर जब मैं कॉमर्स में बिजनेस स्टडीज पढ़ता था। तब मेरे एक सर थे, वो मुझे शेयर्स के बारे में पढ़ाते थे कि ये कंपनी होती है। उसके अंदर इन्वेस्ट करो, करोड़पति बनोगे। मैंने सोचा कि सर अगर आपको यह पता है कि कंपनीज में इन्वेस्ट करके लोग करोड़पति बन जाते हैं, तो आप मुझे यह बताओ कि यह कैसे इन्वेस्ट कर सकते हैं। आप क्यों नहीं करते। सर ने बोला मुझे तो पता ही नहीं है कि कैसे इन्वेस्ट करते हैं।
मैंने वहां से सोचना शुरू किया कि अगर सर मुझे पढ़ा रहे हैं और सर को ही नहीं पता। तो फिर ये कमा कौन रहा है? करोड़पति बन कौन रहा है? सिर्फ वो कुछ जो ऊपर लोग हैं। जैसे हर्षद मेहता, राकेश झुनझुन वाला सिर्फ यही लोग कमा रहे हैं क्या शेयर मार्केट से? या फिर जनरल पब्लिक कमा ही नहीं पा रही और अगर नहीं कमा पा रही तो क्यों नहीं कमा पा रही? यह मुझे जानना था।
क्या ट्रेडिंग एक स्कैम है?
उस समय से मैंने जानना स्टार्ट किया की बानरी ट्रेडिंग होती है। बाइनरी ट्रेडिंग एप्स होते हैं। उस में क्या था कि एक मिनट में पैसा डबल। मतलब अगर आप सही हो, आप अगर आप सही डायरेक्शन में हो। तो एक मिनट के बाद आपका पैसा डबल हो जाएगा। उस समय में 11th- 12th में था। जहां मुझे महीने की पॉकेट मनी 500-1000 मिलती थी। मैंने थोड़ा बहुत Youtube से बोलिंगर बैंड (Bollinger bands), आरएसआई (RSI- Relative Strength Index) और मूविंग एवरेजेस (Moving Averages) इन्हे सीख लिया। मुझे पूरा कॉन्फिडेंस आ गया था, अब तो मैं पैसा बना ही लूंगा। सिखने के बाद मैंने सोचा कि अब पैसा बनाने का दिन आ गया है। मैंने सारी अपनी पॉकेट मनी एक-दो महीने की कलेक्ट कर उसमें लगा दी। और 15 मिनट में मैंने पैसा डबल कर लिया। मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा था की मैंने सच में पैसा डबल कर लिया। मैंने दो-चार हजार लगाए थे, और उसको मैंने 10-11 हजार बना दिया।
अब मैं ख़याली पुलाव पकाने लगा। कि अगर 15 मिनट में मैंने पैसा डबल कर लिया है। यानी कि दो का पांच कर लिया है फिर मैं एक दिन में पांच का दस कर लूंगा। फिर दो दिन में 10 का 15- 20 कर लूंगा। ऐसे करते-करते साल तक तो मैं करोड़पति बन ही जाऊंगा। अगले दिन जितना पैसा कमाया था, जीरो हो गया। क्योंकि ओवर कॉन्फिडेंस था। मैंने इतने ज्यादा ट्रेड ले लिए की पूछो मत। वो वही सेम इंडिकेटर्स को यूज करके मैंने सारा पैसा गवा दिया। मुझे समझ नहीं आया की क्या हुआ।
लेकिन मैंने एक साल नहीं, डेढ़ साल भी नहीं, 2 साल लगातार हर महीने की पॉकेट मनी सेव करके। फिर एक बार उसके अंदर पैसा डाला और 2 साल लगातार उस बायनरी ट्रेडिंग ऐप के अंदर लॉस किया। इसलिए उसके बाद मैंने उसके बारे में आर्टिकल्स पढ़ना शुरू किया। कि ये मेरा लॉस क्यों हो रहा है? अगर यहां पर लोग करोड़पति बन रहे है, तो मेरा लॉस क्यों हो रहा है? फिर मैंने काफी आर्टिकल में पढ़ा की ऐसे ऐप जो है, वो एक स्कैम है। और मैंने भी मान लिया की स्कैम है, क्योंकि मेरा तो लॉस हो रहा था। इसलिए मैंने उसे छोड़ दिया। (is day trading a scam?)
मैंने वापस ढूंढ़ना शुरू किया कि चलो, ये स्कैम है। लेकिन लोग तो करोड़पति बनते हैं। तो अब कहां बनते हैं, वो ढूंढे। फिर वहां से मुहे इंडियन स्टॉक मार्केट की जानकारी मिली। इंडियन स्टॉक मार्केट के अंदर पैसा बनता है। फ्यूचर एंड ऑप्शंस के अंदर पैसा बनता है। शेयर खरीदो और अच्छे दाम पे बेच दो तो तो पैसा बनता है। तो वहां से फ्यूचर एंड ऑप्शन के बारे में पता चला। और पता चला की बैंकनिफ्टी-निफ्टी होती है। यहां पर एक दिन के अंदर पैसा डबल होता है। मैंने बोला ठीक है, एक मिनट वाला पैसा डबल तो हुआ नहीं, क्या पता एक दिन में पैसा डबल हो जाए। मैं बैंकनिफ्टी-निफ्टी में आ गया।
मैं सबसे बड़ा बेवकूफ था!
सबसे पहला लेसन जो मैंने अपना इस जर्नी से सीखा। कि आप किसी भी लाइन में हो, चाहे वो कोई भी काम हो। सिर्फ स्टॉक मार्केट ही नहीं बल्कि कोई भी लाइन हो। आपको बेसिक से लेकर एडवांस तक नॉलेज होनी चाहिए। अगर बिना नॉलेज के किसी भी प्रोफेशन में घुसो गए तो आप जीरो ही होकर निकलोगे। आपको समझ आएगा मैं ऐसा क्यों बोल रहा हूं। पहले ही मैं ऑप्शंस के अंदर घुसा। अब ऑप्शन एक ऐसी चीज है कि यहां से ₹10 से ये 100 भी जा सकती है, 200 भी जा सकती है, 500 भी जा सकती है। मैंने फ्री चॅनेल्स पर ऑप्शंस के बारे में फ्यूचर एंड ऑप्शन के बारे में बैंक निफ्टी निफ्टी के बारे में से सीख कर, एक दिन मैं ट्रेडिंग करने बैठ गया। तब मैं ग्राफिक डिजाइनिंग की जॉब करता था क्योंकि मैं घर से नहीं मांग सकता था। तो थोड़ा बहुत पैसा इकट्ठा कर लिया, और वापस स्टॉक मार्केट में लगा दिया। मुझे लग रहा था मैंने सब कुछ सीख लिया। मुझे पूरा कॉन्फिडेंस आ गया है। लेकिन मैं सबसे बड़ा बेवकूफ था क्योंकि जिस दिन मैंने ऑप्शंस के अंदर ट्रेडिंग स्टार्ट की, उस दिन एक्सपायरी थी। मैंने एक प्रीमियम लिया। 10 रूपये का प्रीमियम था। और मैं बैठा रहा। मुझे पता था की यह जो प्रीमियम है, वो ₹10 से ₹100 तो होना ही है। मैं बैठा रहा। वो धीरे धीरे 5 पर आ गया। मैं बैठा रहा, वो 1₹ आ गया। और दिन के आखिर में वो प्रीमियम हो गया झिरो। शून्य।
मुझे समझ नहीं आया यह बढ़ा क्यों नहीं। फिर बाद में जब मैंने रिसर्च की तो पता चला की उस दिन एक्सपायरी थी और तब मुझे समझ आया कि प्रीमियम जीरो भी होते हैं। इसलिए लेसन नंबर वन था कि आपको किसी भी लाइन में घुसने से पहले आपको बेसिक नॉलेज उस लाइन की होनी चाहिए।
फेक मार्केट गुरु
ट्रेनिंग वाले हैं ना उनका खुद का भी नहीं बन रहा, तभी वो ट्रेनिंग दे रहे हैं। अब इस गलती के बाद मुझे एक चीज समझ आ गई की और नॉलेज तो लेनी है। मैंने नॉलेज ली, लेकिन मुझे यह भी समझ आ गया था, की युटुब गुरु, कोर्सेस बेचने वाले ट्रेडर्स जिनसे मैं सीख रहा हूं। मुझे इनसे सीखना नहीं है, और अगर सच में किसी से सीखना है तो मुझे उस इंसान से सीखना होगा, जो सही में ट्रेडिंग से पैसा कमाता है। ट्रेनिंग से नहीं। और यह भी समझ आ गया था की ट्रेनिंग वाले हैं ना उनका खुद का भी नहीं बन रहा, तभी वो ट्रेनिंग दे रहे हैं।
अब मुझे एक ऐसे ट्रेडर की तलाश थी की जो सच में ट्रेडिंग से पैसा कमाता हो। मैं बहुत घूमा फिर उसके बाद मुंबई गया। काफी घूमने के बाद मुझ को एक इंसान मिला। जो मेरे मेंटर है और सही बताऊं वो सिर्फ मेरे मेंटर नहीं है। मैं उनको सच में अपना बड़ा भाई मानता हूं। श्री पंकज भारद्वाज।
इन्होंने सिर्फ मुझे ट्रेडिंग में नहीं, लाइफ में भी सिखाया कि पैसा कमाना इंपॉर्टेंट नहीं है। पैसे से ज्यादा इंपॉर्टेंट है कि आपके अंदर कॉन्फिडेंस कितना है, आपकी नॉलेज कितनी है। आप किसी के साथ कैसा व्यवहार करते हो। आप खुद कैसे हो? एक अच्छे इंसान हो या नहीं हो?
सिर्फ एक सेटअप को फॉलो करे!
सेकंड लेसन आज का है फॉलो ओनली वन सेटअप। भाई ने मुझे एक चीज समझाई कि हर्ष तेरे को बताऊं, इस मार्केट में पैसा कौन कमाता है? इस मार्केट में वो पैसा नहीं कमाता, जिसके पास 10 सेटअप है। इस मार्केट में वो पैसा कमाता है जिसके पास एक ही सेटअप है। लेकिन उस एक सेटअप पे उसने 10000 ट्रेड लिए हुए हैं। ठीक है अगर आपने 10 सेटअप पे बहुत सारे ट्रेड लिए है, तो आपको यही समझ नहीं आएगा कि कौन सा सेटअप कब यूज करना है। लेकिन अगर आपके पास सिर्फ एक सेटअप है। उस सेटअप के अंदर भी आपके पास क्या होना की आपके पास ऐसा सेटअप होना चाहिए जिसके अंदर रिस्क टू रिवर्ड रेशो बहुत ज्यादा हो। जैसे 1:3 मिनिमम। 1:3 मिनिमम है। अगर आपका ये भी है और अगर आपके 10 में से पांच ट्रेड यानी कि 50 प्रतिशत की एक्यूरेसी भी है। तो भी आप स्टॉक मार्केट से पैसा कमा कर जाओगे। इसलिए इस बात को अपने अंदर दिमाग के अंदर घुसा लो अगर पैसा कमाना है ना एक सेटअप चुनो।
अब एक सेटअप के अंदर आपको क्या देखना है। इसके चार पहलू है।
१. आपका सेटअप अप ट्रेंड में तो कैसे काम करता है?
२. डाउन ट्रेंड में कैसे काम करता है?
३. साइड वेज में कैसे काम करता है?
४. और जब वो काम नहीं करता तो वो क्या करता है?
जब आपका सेटअप नहीं काम कर रहा, तो लोग झट से छोड़ देते हैं। लोग 10 सेटअप की तरफ क्यों जाते हैं, पहला सेटअप करा छोड़ दिया। क्योंकि लॉस हो रहा था। 10 ट्रेड भी नहीं किये बस लॉस हो रहा था छोड़ दिया। दूसरा सेटअप करा छोड़ दिया। तीसरा सेटअप करा छोड़ दिया। इसलिए बोल रहा हूं की सिर्फ एक सेटअप पे चार वैल्यू लगा लो। और उसी सेटअप को सक्सेसफुल बनाओ।
आप ये चार पहलू अपनी लाइफ की पूरी हर जगह लगा लो तो भी लाइफ बन जाएगी। जब अप ट्रेंड में जा रही है तो आप क्या सोच रहे हो यानी कि जब आप अच्छा खासा कमा रहे हो तो आपके माइंडसेट अलग होगा। जब आप डाउन ट्रेंड में जा रहे हो यानी कि आप जब आपका पैसा जा रहा है, आपकी जेब खाली हो रही हैम तो आप कैसा काम कर रहे हो। आपका माइंड क्या है। ट्रेडिंग एक माइंड का गेम है।
क्या शेयर बाजार ओपेरटर चलाते है?
लोग बोलते हैं की शेयर बाजार में पैसा ऑपरेटर चलाता है। लेकिन हमारा ट्रेडिंग ऑपरेटर नहीं चलाता। आप और हम ही है जो इसे चलाते हो। स्टॉक मार्केट कैसे चलता है पता है, आपका डर-आपका लालच। सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस लोग देखते हैं। मैं सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस नहीं देखता। मैं यह देखता हूं, लोग लालची कहां हो रहे हैं। लोग डर कहां रहे हैं। जहां लोग डरेंगे वहीं बाइंग आएगी। जहां लोग लालची होंगे वहीं सेलिंग आएगी और वही आपका सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस भी बनेगा। तो आज का थर्ड लेसन की बी अ डिसिप्लिन ट्रेडर। स्टॉक मार्केट के अंदर अगर आपको पैसा बनाना है, तो आपको सबसे पहले नॉलेज, सेटअप से भी इंपॉर्टेंट सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट है कि आप खुद को डेवलप करो। आपके सेटअप से पहले अपने आप को डेवलप करो। आप एक डिसिप्लिन ट्रेडर बनो।
एक डिसिप्लिन ट्रेडर बनो!
डिसिप्लिन ट्रेडर कैसे होता है। मैं आपको कुछ एक चीजें बताता हूं। जैसे कि आप जब ट्रेडिंग स्टार्ट करते हो यानी कि 9.15 में मार्केट खुलती है। आपका टाइम है 9.15 पे आप जाकर बैठते हो। तो 9.15 से आप पहले क्या-क्या करते हो, मान लो अगर आप 6:00 बजे उठते, 7:00 बजे तक आप एक्सरसाइज करते हो। एक्सरसाइज करने के बाद आप फ्रेश होते हो। खाना ब्रेकफास्ट करते हो। उसके बाद पूजा वगैरह कर कर आप ट्रेडिंग डेस्क पे बैठते हो। तो आपको एक चीज समझनी है कि अगर आप ये चीज कर रहे हो 6:00 बजे से लेकर 9:00 बजे तक हर रोज अगर आप यह कर पा रहे हो। तो आप एक डिसिप्लिन ट्रेडर हो। अगर आप डिसिप्लिन पर्सन हो तभी वो चीज आपकी ट्रेडिंग के अंदर भी आएगी। अगर आपकी लाइफ में आप डिसिप्लिन फॉलो करते हो तो आपकी ट्रेडिंग में आएगा। आप डिसिप्लिन तरीके से सेटअप को फॉलो करोगे।
जो मैंने बताया ना कि फॉलो ओनली वन सेटअप। उसको फॉलो कैसे करना है एक टारगेट होगा, एक आपकी एंट्री प्राइस होगा, एंट्री प्राइस पर आपको एंटर होना है। टारगेट पर ही एग्जिट करना है और स्टॉप लॉस पर ही एग्जिट करना है। ये होता है एक डिसिप्लिन। अगर आपने 100 ट्रेड लिए 100 ट्रेड लेने के बाद अगर आपने डिसिप्लिन से 100 ट्रेड लिए। तो आपको प्रॉफिट बनाने से कोई भी नहीं रोक सकता।
तो आपको तीन पॉइंट में मैंने कुछ आपको नॉलेज दे दी कि आपको ये समझ आ गया कि आपको ट्रेडर बनना है तो आपको बेसिक नॉलेज होनी चाहिए, आपको ये समझ आ गया कि आपको एक सेटअप यूज करना है और आपको ये समझ आ गया कि आपको डिसिप्लिन बनना है।
ट्रेडिंग अकाउंट जीरो
लेकिन इसके बाद भी आपका पैसा नहीं बन रहा तो क्या करना है? एक और किस्सा है। मैं किस्से से आपको समझाऊ कि मैंने क्या गलती की थी।
मेरे मेंटर ने मुझे एक अकाउंट दिया। और अकाउंट में लाइव ट्रेडिंग करने के लिए बोला। मैं बोलता था कि भाई मेरे को सब कुछ आ गया है, आपने मेरे को सब कुछ सिखा दिया। मुझे समझ आ गया कि मार्केट कैसे वर्क करती है। अब मुझे एक सेटअप चाहिए बढ़िया। मैंने बोला अब मैं ट्रेडिंग करूंगा और सिर्फ पैसा कमाऊंगा। उन्होंने कहा एक काम कर तू खुद रिस्क मत ले, तू मेरा एक छोटा सा अकाउंट है उसे ले ले। 20-25 हजार डालकर उन्होंने अपना एक अकाउंट मुझे दे दिया। मैंने एक महीने के अंदर अकाउंट को जीरो कर दिया। इस जीरो करने के बाद मुझे भाई ने बोला कि हर्ष मुझे एक चीज का खुशी है कि तूने अकाउंट जीरो जरूर किया है, लेकिन जीरो करने में एक महीना लगा दिया। वो एक महीना इसलिए लगा। क्योंकि मैं लॉस तो कर रहा था लेकिन मैं कैलकुलेटेड लॉस कर रहा था और मैं छोटे-छोटे लॉस कर रहा था।
जो चौथा पॉइंट है वो है फाइंड योर लॉसेस कि अगर आपको लॉस हो रहा है तो वो क्यों हो रहा है। उस दौरान मुझे समझ आया कि जब भी मैं सही होता हूं, तो मैं बहुत सही होता हूं। मैं बड़ा पैसा बनाता हूं। मैं एक लॉट से 3000-4000 बनाता हूं। लेकिन जब मैं गलत होता हु, उस दिन मैं एक बार गलत नहीं होता, उस दिन मैं पांच बार गलत होता हूं, मैं दस बार गलत होता हूं। यानी कि उस दिन मैं ओवर ट्रेडिंग कर देता हूं। क्योंकि वहां पर इमोशन आता है की मुझे सब पता है, मुझे सब आता है। मेरा तो लॉस हो ही नहीं सकता। और उस चक्कर में मेरा एक ट्रेड लॉस हुआ, तो अगले में पैसा बनाऊंगा। अगले में मैं रिकवर कर दूंगा सारा। लेकिन आपको समझ जाना चाहिए कि अगर आपका एक दिन में दो से ज्यादा स्टॉप लॉस हो गया है। यानी कि उस दिन मार्केट आपको तीसरे में भी शायद पैसा ना दे। तो इससे अच्छा उस दिन ट्रेड बंद करो और आराम से अगले दिन ट्रेड कर लेना। क्या पता उस दिन मार्केट ही खराब हो। क्या पता आपका सेटअप उस दिन काम ही ना करे।
तो फाइंड योर लॉसेस। अपनी गलतियां ढूंढो। अपनी ट्रेडिंग का जो पीएनएल है। उसका पूरा रिपोर्ट बनाओ। अपना एक जर्नल बनाओ कि मैंने जब भी लॉस किया है, मैंने वो क्यों किया है? प्रॉफिट किया है तो क्यों? अगर आपको लॉस का पता चल गया कि क्यों हो रहा है, नथिंग विल स्टॉप यू फॉर मेकिंग मनी।
आखिरी पॉइंट – डू नॉट ट्रेड
तो आखिरी पॉइंट है डू नॉट ट्रेड। मतलब इतना समझा दिया की डिसिप्लिन ट्रेडर बनो, सेटअप फॉलो करो और नॉलेज ले लो, फाइंड योर लॉसेस। उसके बाद भी मैं ऐसा क्यों बोल रहा हु की डू नॉट ट्रेड। इसका मैं मतलब समझाता हूं, कि ट्रेडिंग के अंदर ये नहीं है कि आपको रोज ट्रेड करनी है। रोज ट्रेड नहीं करना आपको। रोज-रोज ट्रेड करोगे तो आपकी साइकोलॉजी खराब हो जाएगी। आपको क्या लगता है की रोज-रोज मार्केट के अंदर रोज-रोज ट्रेडिंग की अपॉर्चुनिटी आती है। असली बात तो यह है की मार्केट के अंदर 70 से 80 दिन ही होते है, पूरे 365 दिन के अंदर। जिस दिन अच्छा पैसा बनता है। और अगर मार्केट से पैसा बनाना है तो स्कल्पिंग से दूर रहो। स्कल्पिंग हर किसी के बस की बात नहीं है। और नए ट्रेडर के तो बिलकुल भी नहीं। आजकल लोग बोल रहे हैं ना 15 सेकंड में पैसा डबल, 30 सेकंड में पैसा डबल, 1 मिनट में पैसा डबल। इसे समझ लो कि आप वैसे ट्रेडर नहीं हो। आपका माइंडसेट वैसा नहीं है। आपको 10-15 साल का एक्सपीरियंस नहीं है। आपको ट्रेंड प्लेयर बनना है, तो ट्रेंड को पकड़ना आसान है। स्कल्पिन करना मुश्किल है। ट्रेंड को पकड़ना आसान तब है जब आप अच्छे से मार्केट को ऑब्जर्व करो। एक सेटअप पर काम करो। ट्रेंड को समझने की कोशिश करो और वह कब समझोगे जब आप ट्रेड नहीं करोगे। आप ट्रेड के अंदर हो तो आप कभी भी मार्केट को नहीं समझ सकते। ये मेरी बात को समझ लो। आपको पहले बिना ट्रेड करे मार्केट को ऑब्जर्व करना है। मार्केट को देखना है कि मेरे सेटअप में तो आया है, लेकिन मुझे ट्रेड नहीं लेना। एक महीना बैठकर सिर्फ रोज देखो। अपने आप को कंट्रोल करो। क्योंकि इमोशन कंट्रोल ही जो मार्केट के अंदर सबसे ज्यादा लॉस करवाता है। इसलिए आपको उसको कंट्रोल करना है। अगर आपने उसको कंट्रोल कर लिया तो आपको पैसा बनाने से कोई नहीं रोक सकता।