शेयर मार्केट एक्सपर्ट – विशाल मलकान
विशाल मलकान जी (Vishal Malkan Sir) एक प्रसिद्ध और यशस्वी शेयर बाजार विशेषज्ञ है। 16 साल की उम्र से विशाल मलकान जी ने विश्व-प्रसिद्ध विशेषज्ञों से व्यापार की बारीकियां सीखीं है। उन्होंने अपनी अधिकतम आय भारतीय स्टॉक मार्किट में ट्रेडिंग (trading) कर अर्जित की है। विशाल मलकान जी ने अपने जीवन में बहुत ही ज्यादा मेहनत करके ट्रेडिंग सीखी है, और उन्हें स्टॉक मार्किट में काम करते हुए 27 वर्षों से भी अधिक समय हो गया है। यह लेख उनका अनुभव है।
विशाल मलखान जी Malkansview के को-फ़ाउंडर हैं। उनके इस कार्य में उनकी पत्नी का भी बराबरी का सहयोग है। उनकी #CASHTAGS यह किताब शेयर बाजार पर्याप्त ज्ञान, आत्मविश्वास और सही रणनीति पर काम करने में मदद करती है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह पुस्तक व्यापार उद्योग में भावनाओं को संभालने से संबंधित है और खरीद और बिक्री के लिए सरल, उद्देश्यपूर्ण नियमों को सिखाती है।
शेयर मार्केट एक्सपर्ट – विशाल मलकान अनुभव
यह स्टॉक मार्केट बच्चों के खेलने की चीज नहीं है। इसमें बहुत डेंजर है, रिस्क है, गैंबल है, सट्टा है पैसा डूब जाएगा। ऐसी बहुत सारी कहानी बहुत सारे ताने मैंने सुने, जब मैंने स्टॉक मार्केट जॉइन किया था। मेरा स्टॉक मार्केट में जो इंट्रोडक्शन हुआ था, वो था मैं जब आठवीं कक्षा में था। 1993 यह वही साल है जब हर्षद मेहता स्कैम हुआ था। मेरे पिताजी के साथ मैं वेकेशन में ऑफिस जाता था। जो कपड़े के बिजनेस में थे। लेकिन उन दिनों सारे लोग स्टॉक मार्केट की बात कर रहे थे। क्योंकि उसी समय पर यह स्कैम चल रहा था और मार्किट ऊपर जा रहा है, नीचे जा रहा है। एसीसी, रिलायंस। और तब मैंने निर्णय लिया की मुझे स्टॉक मार्केट सीखना है।
और जैसे ही मेरा 10th पूरा हुआ। मैंने पिताजी को बोला कि मुझे ट्रेडर बनना है। मुझे स्टॉक मार्केट जाना है। मुझे एक चाटा मिला और बोला गया की जाकर पहले पढ़ाई करो, डिग्री ले लो फिर स्टॉक मार्केट में जाना। ये कोई उम्र नहीं है, स्टॉक मार्केट जाने की। फिर मैंने भी ठान ली थी कि मुझे ये सीखना ही है। इसलिए मैंने जानबूझ के ऐसी कॉलेज को चुना। जो की स्टॉक मार्केट के नजदीक है। सच कहु तो मेरा ग्रेजुएशन स्टॉक मार्केट में ही हुआ।
जो पेपर पे होता है, वो असलियत में नहीं होता
1996 से 2001 में पहले पांच साल जो मैंने स्टॉक मार्केट में बिताए, उनमे बहुत सारी चीजें सीखी। पहले एक साल तो मैं बस जाकर देखता था कि लोग क्या कर रहे हैं? लोग पेपर ट्रेडिंग करते थे। सब लोग लिखते थे, ओपन-हाई-लो-क्लोज। मैं भी लिखता था। फिर एक साल के बाद मुझे थोड़ी हिम्मत हुई। मुझे लगा कि कुछ करना चाहिए, तभी बराबर से सीखने को मिलेगा और मैंने पिताजी से बात की बोला मुझे स्टॉक ट्रेडिंग करना है और मुझे कुछ पैसे चाहिए। बहुत क्रिटिसिजम, बहुत विरोध हुआ। बहुत सारी गालियां सुनने की मिली। लेकिन मैंने जिद्द ठान ली थी कि मुझे करना ही है। तो आखिरकार उन्होंने फिर हार के एक 10,000 का चेक दे दिया। जो मेरे अंकल को दिया था, क्योंकि उस वक्त मैं छोटा था। अब ये 10000 से मैं स्टॉक मार्केट गया और मैं अपने दिमाग में खयाली पुलाव बनाने लगा कि मैं यहां से अभी करोड़ों रुपए बनाऊंगा। लेकिन वो 10000 कुछ ही दिनों में खत्म हो गए। कुछ ट्रेड्स में ही खत्म हो गए। तब मुझे पता चला कि जो पेपर पे होता है, वो असलियत में नहीं होता। क्योंकि जब आप पैसा लगाते हो तो आप गेम के अंदर हो और जब पैसा लगता है, तो साथ में इमोशंस भी आते हैं। और उसके बाद मुझे पता चला कि अभी मुझे आगे ट्रेड करना है, तो बहुत कुछ सीखना पड़ेगा।
लेकिन अभी पैसा खत्म हो चूका था और पिताजी ने साफ मना कर दिया कि अभी कॉलेज जाना है और पढ़ाई करनी है। स्टॉक मार्केट को भूल जाओ। पर मेरे मन में वही सब चल रहा था।
बिगिनर्स लक
मैंने अंकल को कहा कि मुझे और भी सीखना है, और भी ट्रेड करना है। धीरे-धीरे करके मैं उनके अकाउंट में छोटा-छोटा ट्रेडिंग करने लगा और मार्केट ने मेरा साथ दिया। लेकिन इस को कहते हैं बिगिनर्स लक। मार्केट ने 1997-98-99 एक तेजी की रुख पकड़ी थी। बाजार ऊपर जा रहा था। सभी आईटी स्टॉक्स ऊपर जा रहे थे। जब मार्केट ऊपर के ट्रेंड में होता है, तो ऐसे में पैसा बनाना आसान हो जाता है। और हमें लगता है कि हम एक्सपर्ट हैं। 1997-98-99 में मैंने पैसा बनाया और कितना पैसा बनाया 20 लाख रूपये। बहुत बड़ा नंबर है। आज के तारीख में दो ढाई करोड़। उस वक्त मुझे फिर यही लगा कि अभी मुझे सब आने लगा है। अभी मुझे सब समझ में आ गया और मैं करोड़पति बनूंगा। मुझे पढ़ाई की भी जरूरत नहीं है। लेकिन मेरा वो सपना चूर-चूर हो गया, जब डॉट कॉम बबल हुआ। डॉट कॉम बबल में सारे स्टॉक्स ऐसे गिरे कि 20 लाख जो मैंने कमाए थे, वो तो गए ही, ऊपर से और भी चले गए और मैं कर्जे में आ गया।
तब मुझे दूसरी बार झटका लगा और यह पता चला की यह इतना आसान नहीं है। इसको और सीखना, समझना पड़ेगा और तब मेरी जो जिज्ञासा थी और ज्यादा सीखने की वो और पैदा हुई। मैंने फाइनेंस एमबीए किया।
स्टॉक मार्केट में पैसा बनाने के दो रास्ते – फंडामेंटल और टेक्निकल
दो ही रास्ते हैं स्टॉक मार्केट में पैसा बनाने के एक है फंडामेंटल और एक है टेक्निकल। एमबीए करके कॉलेज में मैं फंडामेंटल भी सीख रहा था और टेक्निकल के क्लासेस और टेक्निकल्स की बुक्स पढ़ रहा था। ये 2001 से लेकर 2007 तक 6 साल 7 साल लगातार मैंने पढ़ाई की। उसमें छोटी-छोटी गलतियां भी की लेकिन स्टॉक मार्केट के ऊपर पढ़ाई में मैंने 400 से 450 किताबें पढ़ी। और तब मुझे लगा कि अब इसको यूज करने का टाइम आया है। और 2007 अगर आपको याद है बहुत ही बड़ी रैली चल रही थी और लोग पैसा बना रहे थे। ऐसा लग रहा था बाजार अब कभी नीचे आएगा ही नहीं और सबको रिक्शा वाले, पान वाले सबको ट्रेड करना था। दिसंबर 2007 में मैंने एक रिपोर्ट बनाया। जो मैंने स्टडी किया है कि ये जो हो रहा है, मार्केट में जो पागलपन है, और जो ट्रेंड ऊपर जा रहा है। इसके बाद हमेशा मार्केट क्रैश होता है। टेक्निकल एनालिसिस, पिछले हिस्ट्री को स्टडी कर, पैटर्स को स्टडी कर और उसी से प्रिडिक्ट करते है कि आगे क्या होगा और उसी को यूज करके मैंने भी एक रिपोर्ट बनाया था। जो सारा टेक्निकल था, जिसमें मैंने पैटर्न्स और कैंडलस्टिक पैटर्न और आरएसआई ये सब को और सेंटीमेंट को जोड़ के एक रिपोर्ट बनाया कि यह मार्केट क्रैश होगा और यह क्रैश एक साल तक चलेगा। तब मैंने ये सोचा भी नहीं था कि मेरा रिपोर्ट इतना सही हो जाएगा। मुझे खुद को वो रिपोर्ट पब्लिश करने को भी डर लग रहा था। उसी बिच मेरी नई-नई शादी हुई थी। मेरी पत्नी ने कहा था कि अगर यह रिपोर्ट गलत हो गया, तो आपका करियर शुरू होने के पहले ही खत्म हो जाएगा। लेकिन फिर भी हिम्मत करके के दिसंबर 2007 में मैंने वो रिपोर्ट पब्लिश किया। और जनवरी 2008 में 20 प्रतिशत मार्केट नीचे और फिर जुलाई 2008 और 20 प्रतिशत और अक्टूबर 2008 और 20 प्रतिशत। मतलब पूरे एक साल तक 50 से 60 प्रतिशत मार्केट क्रैश हुआ। और तब पहली बार मेरे साथ ऐसा हुआ की मार्केट क्रैश हुआ और मुझे लॉस नहीं हुआ। तब मुझे समझा कि मुझे कुछ तो समझ में आने लगा है। वो जो रिपोर्ट मैंने 2008 में बनाया था वो वायरल हो गया और 2009 में मुझे सीएनबीसी टीवी 18 से कॉल आया। कि आपको टेक्निकल एनालिस्ट के तौर पर हम बुलाना चाहते हैं। और उस टाइम से लेकर आज तक हर हफ्ते मेरे अलग-अलग चैनल्स पे एक या दो शो होते हैं। लेकिन इसके पीछे की जो मेहनत है। इसके पीछे जो लॉसेस है। इसके पीछे जो मैंने पढ़ा है और इसके पीछे जो दर्द है। वह किसी को नहीं दिखता है।
लोगो को लगता है कि हम बहुत बड़े ट्रेनर है। बहुत बड़े कोच है। बुक्स पब्लिश्ड है। टीवी पे आते हैं। इतने सारे कोर्सेस करते हैं इतने सारे युटुब चॅनेल हैं। लेकिन यह बहुत लंबी कहानी है।
मैं बताना चाहता हूं कि ऐसा नहीं है कि मैं कोई सिल्वर स्पून लेकर पैदा हुआ हु। मैं लोअर मिडिल क्लास से था। जहां पे मेरे खानदान में किसी ने स्टॉक मार्केट नहीं किया था। लेकिन मैंने ठान ली थी कि मुझे सीखना है। सीखना है और आगे बढ़ना है। उसी की वजह से आज मैं यहां पे पहुंचा हूं।
क्या आप सट्टा कर रहे हो?
मैं सबसे कनेक्ट करना चाहता हूं की मुझे पता है कि बहुत लोगों को स्टॉक मार्केट में पैसा बनाना है। लेकिन सबसे बड़ा प्रॉब्लम क्या है, नॉलेज नहीं है, डर लगता है, स्टॉक मार्केट से लॉस से डर लगता है। अब यह सारी चीजे सीखी जा सकती हैं। लेकिन लोगों को रातों-रात पैसा बनाना है। आप इसको प्रोफेशन की तरह देखो। प्रोफेशन क्या होता है। एक डॉक्टर है, लॉयर है, इंजीनियर है। वो दो साल – तीन साल पढ़ाई करता है। फिर प्रैक्टिस करता है। फिर वो डॉक्टर बनता है। वैसे ही यहां पे ट्रेडर बनते हैं। मतलब यहीं पे भी अगर सीखने की कोशिश करोगे। फंडामेंटल है, टेक्निकल है।
अगर आप फाइनेंस बैकग्राउंड से नहीं हो, तो आप टेक्निकल कर सकते हो। अगर आप फाइनेंस बैकग्राउंड से हो तो आप फंडामेंटल भी कर सकते हो। इस दो चीज के अलावा कुछ भी नहीं है। अगर ये दो चीज नहीं कर रहे हो, दोनों में से एक भी नहीं कर रहे हो। तो आप सट्टा कर रहे हो। अगर सट्टे की तरह करोगे तो सट्टे का ही रिजल्ट मिलेगा, जो की लॉस है। अगर प्रोफेशन की तरह करोगे, तो प्रोफेशनल की तरह रिजल्ट मिलेगा।
पिच पे टिके रहो!
सबसे पहला तो हमको पैसा बनाने के पहले लॉस नहीं करना वो सीखना है। जो हमेशा मैं कहता हूं कि क्रिकेट के नजरिये से देखो तो मुझे पिच पे टिका रहना है, मेरे कैपिटल को प्रोटेक्ट करना है। मेरी विकेट को बचा के रखना। अगर एक बार मैं लॉस करना बंद कर दूंगा। फिर मैं पैसा बनाने के बारे में सोचता हूं। अगर आप स्टॉक ट्रेडिंग करियर चुनना चाहते हो तो पहले आपको देखना है कि मैं इसमें कितने साल टिकना चाहता हूं। रातों-रात पैसा बनाना है, तो वो पॉसिबल नहीं है। पहले आप अपने आप को टाइम दोगे कि ये एक स्किल है, एक कला है। जो मैं सीखना चाहता हूं। अगर आपको स्टॉक ट्रेडिंग करियर सक्सेसफुल बनाना है, तो आपको एक अच्छा लर्नर बनना पड़ेगा। एक लाइफ लॉन्ग स्टूडेंट बनना पड़ेगा। मैं अभी तक सीख रहा हूं और अभी भी समझ रहा हूं। अभी भी नए-नए टूल्स ट्राई करता हूं और नए टेक्निक्स, कि कैसे इसको अच्छा किया जाए।
इंट्राडे ट्रेडिंग, स्काल्पिंग – सबके बस की बात नहीं
ये जो इंट्राडे ट्रेडिंग होता है, स्काल्पिंग होता है, वो सबके बस की बात नहीं है। लेकिन ज्यादातर लोग या ट्रेनर्स या YouTube Channels और टेलीग्राम चॅनेल के भरोसे रहते है। की यह ट्रेड कर लो, आज इतना कमा लिया। ये रोज का काम नहीं है और अगर रोज करोगे, तो ये एक जॉब बन जाएगा , तो फिर फ्रीडम कहां है। एक ट्रेडर के तौर पर हमको क्या चाहिए, वॉरेन बफे क्या बोलते हैं, “You need to learn how your money makes money while you are sleeping.” मतलब आपको यह सीखना होगा की जब आप सो रहे हो तब आप पैसा कैसे बना सकते हो। और वो आप मीडियम टर्म, लॉन्ग टर्म में इन्वेस्टमेंट से ही कर सकते हो।
ट्रेडिंग चैंपियनशिप के बारे में
रिसेंटली यूएस में एक ट्रेडिंग चैंपियनशिप होती है। जहां पे 1 जनवरी को ट्रेडिंग शुरू करना होता है और 31 दिसंबर को देखते हैं कि किसका सबसे ज्यादा रिटर्न है। उसमे इंडिया से मैंने पार्ट लिया था और मैं नंबर थ्री पे आया। वो भी फ्यूचर्स एंड ऑप्शन डिवीजन में जहां पे मैंने 80 प्रतिशत का रिटर्न जनरेट किया। अब ये 80 प्रतिशत रिटर्न बहुत अच्छा है और मैं ये नहीं बोल रहा हूं कि आप पहले साल में 80 पर करोगे, ये मेरे 27 साल के बाद रिजल्ट आया है। लेकिन आप अगर सिस्टमैटिक करोगे। तो हमको क्या करना है। एक बिजनेस की तरह हमको 15 से 20 प्रतिशत रिटर्न चाहिए। ताकि हम एफडी से ऊपर रिटर्न ला सके। नॉर्मल म्यूचुअल फंड से ऊपर रिटर्न लेके आ सके। या कोई भी और अदर एसेट क्लास से और अगर इक्विटी को आप चेक करोगे, तो इतने साल में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाला एक ही एसेट क्लास है, वो है स्टॉक मार्केट। लेकिन आपको उसको सिस्टमैटिक करना पड़ेगा। उसको एक रूल बेस्ड डिसिप्लिन से करना पड़ेगा। वो आपको कंटीन्यूअसली फॉलो करना पड़ेगा। क्योंकि इसमें रूम फॉर एरर बिल्कुल नहीं है। अगर आपने एक भी गलती कर दी, एक भी गलत ट्रेड ले लिया, एक भी गलत डिसीजन ले लिया, तो बहुत नुकसान हो सकता है। पहले सीखे फिर छोटा-छोटा ट्रेड करें। फिर धीरे-धीरे उसको बढ़ा के ऊपर लेके जाए। जैसे एक प्रोफेशन में होता है। तब जाके आप एक सक्सेसफुल ट्रेडर और इन्वेस्टर बन सकते।