कल रात अमेरिका ने जनवरी की महंगाई के जारी किए है। जो की अनुमास से अधिक और चौकाने वाले थे। और उसीका असर अमेरिकन शेयर बाजार पर पड़ा। अमेरिकन शेयर बाजार में कल पिछले 11 महीनो की तुलना में सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली है। उसके चलते भारतीय शेयर बाजार में भी उसका असर देखने को मिल सकता है।
क्या था अनुमान?
(Consumer Price Index) मुद्रास्फीति के नवीनतम आंकड़े बताते हैं कि अमेरिकी मुद्रास्फीति दर पूर्वानुमान से ऊपर है। अमेरिका में वार्षिक मुद्रास्फीति दर दिसंबर में 3.4% की संक्षिप्त वृद्धि के बाद जनवरी 2024 में वापस 3.1% पर आ गई, लेकिन 2.9% के पूर्वानुमान से अधिक हो गई। पिछले महीने की तुलना में, सीपीआई 0.3% बढ़ी, जो चार महीनों में सबसे अधिक है, और 0.2% के पूर्वानुमान से अधिक है। साथ ही, वार्षिक कोर मुद्रास्फीति 3.9% पर स्थिर रही, उम्मीद की तुलना में यह धीमी होकर 3.7% हो जाएगी। मासिक दर 0.4% तक बढ़ गई।
नवीनतम मुद्रास्फीति संख्या यह भी दर्शाती है कि सीपीआई (Consumer Price Index) उम्मीद से अधिक बढ़ी है। अमेरिकी मुख्य उपभोक्ता कीमतें, जिसमें भोजन और ऊर्जा जैसी अस्थिर वस्तुओं को शामिल नहीं किया गया है, जनवरी 2024 में पिछले महीने की तुलना में 0.4% बढ़ गई, जो कि पिछली अवधि में 0.3% की वृद्धि से तेज हो गई और 0.3% वृद्धि की बाजार अपेक्षाओं से अधिक हो गई।
इसी का असर आज हमें भारतीय शेयर बाजार में भी देखने को मिल सकता है।